Monday, 6 January 2025

उत्तरायण

 उत्तरायण 

         उत्तरायण भारत का प्रमुख पर्व है, जिसे मकर संक्रांति के रूप में भी जाना जाता है। यह पर्व सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने और उत्तर दिशा की ओर गमन का प्रतीक है। हर साल यह 14 या 15 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन से दिन लंबे और रातें छोटी होने लगती हैं।

        उत्तरायण का धार्मिक और खगोलीय महत्व है। यह फसल कटाई का पर्व भी है। गुजरात में इसे खासतौर पर पतंगबाजी के त्योहार के रूप में मनाया जाता है। सुबह से शाम तक लोग छतों पर रंग-बिरंगी पतंगें उड़ाते हैं। तिल और गुड़ से बने व्यंजन खाने और बांटने की परंपरा है।

       यह दिन दान-पुण्य के लिए शुभ माना जाता है। गंगा स्नान, सूर्य पूजा और गरीबों को अन्न-दान करना पुण्यकारी होता है। उत्तरायण का संदेश है कि हम जीवन में प्रकाश, सकारात्मकता और सौहार्द लाएं। यह पर्व खुशियां बांटने और प्रकृति के प्रति आभार व्यक्त करने का प्रतीक है।

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