Saturday, 8 March 2025

काव्य के आधार पर प्रश्नो के उत्तर

नीचे दिए गए काव्य को पढ़कर उनके आधार पर दिए गए प्रश्नोके उत्तर दीजिए |

 "कोशिश करने वालों की हार नहीं होती,

लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती।
नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है,
चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है।
मन का विश्वास रगों में साहस भरता है,
चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है।
आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।"

— हरिवंश राय बच्चन

प्रश्न एवं उत्तर

1. इस काव्य का मुख्य संदेश क्या है?
👉 इस काव्य का मुख्य संदेश है कि प्रयास करने वालों की कभी हार नहीं होती। मेहनत और धैर्य से सफलता प्राप्त की जा सकती है।

2. कवि ने किस जीव का उदाहरण देकर परिश्रम का महत्व बताया है?
👉 कवि ने नन्हीं चींटी का उदाहरण दिया है, जो बार-बार गिरकर भी दाना उठाने का प्रयास करती रहती है।

3. "लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती" इस पंक्ति का क्या अर्थ है?
👉 इस पंक्ति का अर्थ है कि यदि हम कठिनाइयों से डरकर प्रयास करना छोड़ देंगे, तो सफलता नहीं मिलेगी। हमें कठिनाइयों का सामना करना चाहिए।

4. इस कविता में कौन-कौन से सकारात्मक गुणों का उल्लेख किया गया है?
👉 इस कविता में आत्मविश्वास, धैर्य, साहस, परिश्रम और लगातार प्रयास करने के गुणों का उल्लेख किया गया है।

5. इस कविता के आधार पर हमें क्या सीख मिलती है?
👉 हमें सीख मिलती है कि असफलताओं से घबराना नहीं चाहिए, बल्कि धैर्य और मेहनत से लगातार प्रयास करते रहना चाहिए। सफलता निश्चित रूप से मिलेगी।


2 

"अगर सफल होना है तुम्हें,
स्वयं पे विश्वास जगाना होगा।
राहों में अंधियारे होंगे,
दीप जलाना होगा।।

गिरकर फिर उठना होगा,
कदमों को आगे बढ़ाना होगा।
सपनों को साकार करने,
मेहनत की राह अपनाना होगा।।"

प्रश्न 

1. इस कविता का मुख्य संदेश क्या है?
👉 

2. कवि ने कठिनाइयों को दर्शाने के लिए किस प्रतीक का उपयोग किया है ?
👉 

3. "गिरकर फिर उठना होगा" का क्या तात्पर्य है?
👉 

4. सफलता प्राप्त करने के लिए कवि ने कौन-सी राह अपनाने को कहा है?
👉 

5. यह कविता हमें कौन-सा जीवन मंत्र सिखाती है?
👉
उत्तर 

1. इस कविता का मुख्य संदेश क्या है?

👉 यह कविता आत्मविश्वास और मेहनत की महत्ता को दर्शाती है।

2. कवि ने कठिनाइयों को दर्शाने के लिए किस प्रतीक का उपयोग किया है ?
👉 कवि ने "अंधियारे" का प्रतीक कठिनाइयों के लिए और "दीप" का प्रतीक आशा और समाधान के लिए किया है।

3. "गिरकर फिर उठना होगा" का क्या तात्पर्य है?
👉 इसका तात्पर्य है कि असफलताओं से घबराना नहीं चाहिए बल्कि उन्हें सीख के रूप में स्वीकार कर आगे बढ़ना चाहिए।

4. सफलता प्राप्त करने के लिए कवि ने कौन-सी राह अपनाने को कहा है?
👉 कवि ने मेहनत की राह अपनाने को कहा है।

5. यह कविता हमें कौन-सा जीवन मंत्र सिखाती है?
👉 यह कविता हमें सिखाती है कि आत्मविश्वास, मेहनत और धैर्य से हम अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।

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3
"नन्हे बीज से बनता है इक दिन बड़ा बरगद,
धैर्य, परिश्रम और तप से ही मिलता है फल मधुर।
धूप सहन कर, वर्षा झेलकर, बढ़ता जाता आगे,
जो सह लेता हर संकट, वो मंज़िल पाता आगे।।"

प्रश्न 

1. इस कविता का मुख्य विषय क्या है?
👉 

2. कवि ने किस चीज़ का उदाहरण देकर परिश्रम का महत्व बताया है?
👉

3. "धूप सहन कर, वर्षा झेलकर" इस पंक्ति का क्या आशय है?
👉 

4. बरगद के पेड़ को किस गुण का प्रतीक माना गया है?
👉 

5. कविता से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?
👉 

_____________________________________________________________________

उत्तर

1. इस कविता का मुख्य विषय क्या है?
👉 इस कविता का मुख्य विषय धैर्य, परिश्रम और कठिनाइयों का सामना करके सफलता प्राप्त करना है।

2. कवि ने किस चीज़ का उदाहरण देकर परिश्रम का महत्व बताया है?
👉 कवि ने बीज और बरगद का उदाहरण देकर समझाया है कि छोटे प्रयास भी धीरे-धीरे बड़ा परिणाम देते हैं।

3. "धूप सहन कर, वर्षा झेलकर" इस पंक्ति का क्या आशय है?
👉 इसका आशय यह है कि कठिनाइयों और संघर्षों को सहकर ही इंसान आगे बढ़ सकता है।

4. बरगद के पेड़ को किस गुण का प्रतीक माना गया है?
👉 बरगद के पेड़ को धैर्य, स्थिरता और शक्ति का प्रतीक माना गया है।

5. कविता से हमें क्या प्रेरणा मिलती है?
👉 हमें यह प्रेरणा मिलती है कि हमें धैर्य और मेहनत से आगे बढ़ना चाहिए, चाहे परिस्थितियाँ कितनी भी कठिन क्यों न हों।

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