અધ્યયન નિષ્પતી આધારીત કસોટી
ધોરણ 6 - વિષય: હિન્દી (બીજું સત્ર)
પાઠ 4: પુસ્તક હમારી મિત્ર
કુલ ગુણ: 15 સમય: 30 મિનિટ
અધ્યયન નિષ્પતી
H604.04 पत्र सुनकर एवं पढकर समझते हैं।
H634 संकेतो का अर्थघटन करते हैं।
H614 परिस्थिति अनुसार सरल भाषा में चिट्ठी लिख सकते हैं।
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વિભાગ-A H604.04 पत्र सुनकर एवं पढकर समझते हैं।
પ્રશ્ન 1: પત્રાધારીત પ્રશ્નો કે ઉત્તર લીખિયે। (ગુણ: 5)
નીચે આપેલા પ્રશ્નોના ઉત્તર એક-બે વાક્યોમાં લખો. (પ્રત્યેકનો 1 ગુણ)
यह पत्र किसने किसको लिखा है?
पूजन की पाठशाला मे कोन सा अभियान चल रहा था ?
पत्र में कौन-सी तारीख़ लिखी गई है?
किताबों हमें क्या-क्या देती है?
दोस्तो के जन्मदिन या शुभ अवसरो पर शुभकामना के साथ क्या देने को कहा गया है ?
વિભાગ -B H634 संकेतो का अर्थघटन करते हैं।
પ્રશ્ન 2: નીચે આપેલા શબ્દોના અર્થ (ગુજરાતી અથવા હિન્દીમાં) લખો. (કોઈ પાંચ)(ગુણ: 5)
उपहार
पत्ता
रोशन
जिज्ञासा
अद्भुत
मनोरंजन
વિભાગ-C H614 परिस्थिति अनुसार सरल भाषा में चिट्ठी लिख सकते हैं।
प्रश्न 3: परिस्थिति के अनुसार पत्र लेखन कीजिए । (ગુણ: 5)
प्रश्न : अपने छोटे भाई को एक पत्र लिखकर उसे पुस्तकालय जाने और नियमित रूप से किताबे पढ़ने के लिए प्रोत्साहित कीजिए । (આશરે 100 શબ્દોમાં).
---- જવાબ ----
વિભાગ -A
પ્રશ્ન 1: पत्र आधारित प्रश्नो के उत्तर लिखीए । (ગુણ: 5)
यह पत्र पूजन ने अपने मित्र मनोज को लिखा है।
पूजन की पाठशाला मे 'वांचे गुजरात'अभियान चल रहा था ।
पत्र में 4 अक्तूबर 2011 तारीख़ लिखी गई है।
किताबों हमें नया ज्ञान देती है एवं भले बुरे का फर्क बताती है ।
दोस्तो के जन्मदिन या शुभ अवसरो पर शुभकामना के साथ साथ किताबों की मूल्यवान भेट ड्ने को कहा गया है |
વિભાગ -B
પ્રશ્ન 2: સંકેતો કા અર્થઘટન કીજિએ। (ગુણ: 5)
उपहार: भेंट / सौगात (ભેટ)
पत्ता: ठिकाना / Address (સરનામું)
रोशन: प्रकाशित / उजाला (પ્રકાશિત)
जिज्ञासा: जानने की इच्छा (જાણવાની ઈચ્છા)
अद्भुत: अनोखा / निराला (અનોખું)
मनोरंजन: मन बहलाना (મન બહેલાવવું)
વિભાગ -C
प्रश्न 3: परिस्थिति के अनुसार पत्र लेखन कीजिए । (ગુણ: 5)
विनोद सोसायटी,
सुरेंद्रनगर – 363001
तारीख़: 27 अक्तूबर 2025
प्रिय छोटे भाई मनोज , सदा खुश रहो।
मुझे आशा है कि तुम ठीक होगे और तुम्हारी पढ़ाई भी अच्छी चल रही होगी। मैं तुम्हें एक बहुत ज़रूरी बात बताने के लिए यह पत्र लिख रहा हूँ।
तुम्हें किताबों से दोस्ती करनी चाहिए। स्कूल की किताबों के अलावा, तुम्हें रोज़ाना पुस्तकालय (लाइब्रेरी) जाने की आदत डालनी चाहिए। पुस्तकालय में तुम्हें कई तरह की कहानियों, विज्ञान और इतिहास की अद्भुत किताबें मिलेंगी। ये किताबें तुम्हारा ज्ञान बढ़ाएँगी और मनोरंजन भी करेंगी। किताबें हमारी सबसे अच्छी मित्र होती हैं। तुम वहाँ से रोज़ एक नई किताब चुनकर पढ़ना।
मुझे विश्वास है कि तुम मेरी सलाह मानोगे। माता-पिता को मेरा प्रणाम कहना। ढेर सारा प्यार।
तुम्हारा बड़ा भाई,
घनश्याम

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