Saturday, 25 October 2025

અધ્યયન નિષ્પતી આધારીત કસોટી-ધોરણ-8-હિન્દી-બીજું સત્ર-પાઠ-9-ઉલજન સુલજન

 

ધોરણ 8 હિન્દી - દ્વિતીય સત્ર - પાઠ 9: ઉલઝન-સુલઝન

પત્રક-A આધારીત અધ્યયન ક્ષમતા કસોટી

કુલ ગુણ: 10 સમય: 15 મિનિટ

અધ્યયન ક્ષમતા: 

H803.03 पहेलियाँ सुनकर एवं पढ़कर समझ सकते हैं।


વિભાગ-A: H803.03 पहेलियाँ सुनकर एवं पढ़कर समझ सकते हैं। (10 ગુણ)

प्रश्न 1: निम्नलिखित पहेलियों को ध्यान से पढ़कर/समझकर उनका सही उत्तर कोष्ठक में दिए गए शब्दों में से चुनकर लिखिए। (प्रत्येक 2 ગુણ)

(કોષ્ઠક: हाथी, तारा, पत्र/चिठ्ठी, दर्पण/आईना, मक्खी )

(1) दिन में आता हूँ, रात में जाता हूँ।
    रात में आता हूँ, दिन में जाता हूँ। 
   अंधेरे को दूर करता हूँ, 
   पर मेरी परछाई नहीं होती है।
    बताओ, मैं कौन हूँ?

उत्तर: __________________________

(2) चार पाँव पर चलता हूँ, 
    बिन बोले ही रास्ता दिखाता हूँ। 
    न मुझे कोई पकड़ सकता, 
    न मुझे कोई बाँध सकता, 
    फिर भी मैं दिखता हूँ। बताओ, 
   मैं क्या हूँ?

उत्तर: __________________________

(3) मुँह पर मेरे पंख हैं, 
     देह में मेरे आँखें हैं। 
     न हूँ मैं कोई पक्षी, 
    पर उड़ता रहता हूँ। 
    बताओ, मैं क्या हूँ?

उत्तर: __________________________

(4) गोल हूँ, पर गेंद नहीं हूँ। 
     शीशे का हूँ, 
    पर घर नहीं हूँ। 
    जो मुझे देखता है, 
    मैं भी उसे ही देखता हूँ। 
    बताओ, मैं क्या हूँ?

उत्तर: __________________________

(5) जंगल में रहता हूँ, 
     बड़ा बलवान हूँ। 
     सूँड और दाँत हैं मेरे, 
      पर मैं किसी को नहीं मारता। 
      बच्चों को लुभाता हूँ। 
      बताओ, मैं कौन हूँ?

उत्तर: __________________________




ઉત્તરવહી (આપના સંદર્ભ માટે)

વિભાગ-A: પહેલિયાં બૂઝો

(1) અહીં વધુ યોગ્ય જવાબ 'તારા' છે, જેનો એકમાત્ર અર્થ થાય છે કે તે રાત્રે દેખાય છે. 

  • उत्तर: तारा

(2)  उत्तर: दर्पण/आईना

(3) मुँह पर मेरे पंख हैं, देह में मेरे आँखें हैं। (મૂંહ પર પાંખ એટલે કે પાંખવાળા મુખ જેવું, દેહમાં આંખ એટલે નાની આંખો - આ મક્ખી માટે યોગ્ય છે.)

  • उत्तर: मक्खी

(4) गोल हूँ, पर गेंद नहीं हूँ। शीशे का हूँ, पर घर नहीं हूँ।

  • उत्तर: दर्पण/आईना

(5) जंगल में रहता हूँ, बड़ा बलवान हूँ। सूँड और दाँत हैं मेरे...

  • उत्तर: हाथी

No comments:

Post a Comment