Saturday, 23 March 2024

शेर ओर चूहे की कहानी

 शेर ओर चूहे की कहानी


              एक समय की बात है, एक घने जंगल में एक शेर सो रहा था। उसके पास से एक छोटा चूहा गुज़रा, जो खेलते-खेलते अनजाने में शेर के ऊपर चढ़ गया। इससे शेर की नींद खुल गई और वह बहुत गुस्से में आ गया। उसने चूहे को अपने पंजे में दबोच लिया और उसे खाने की धमकी दी।

              छोटे चूहे ने बड़ी विनम्रता से शेर से माफी मांगी और कहा, "कृपया मुझे माफ कर दें, महाराज! मैंने आपको परेशान किया, यह मेरी गलती थी। अगर आप मुझे जिंदा छोड़ देंगे, तो शायद एक दिन मैं भी आपकी मदद कर सकूं।" शेर ने चूहे की बात सुनकर और उसकी सादगी पर मुस्कुराते हुए उसे छोड़ दिया, सोचकर कि इस छोटे से प्राणी से उसे क्या मदद मिल सकती है।

              कुछ समय बाद, शिकारियों ने शेर को पकड़ लिया और उसे मजबूत रस्सियों से बाँध दिया। शेर ने जोर-जोर से दहाड़ना शुरू कर दिया, लेकिन वह खुद को छुड़ा नहीं पाया। उसी समय, वह चूहा वहाँ से गुजर रहा था और उसने शेर को देखा। चूहे ने बिना समय गंवाए शेर को छुड़ाने का निर्णय लिया। वह शेर के पास गया और उसने अपने तेज दांतों से रस्सियों को काटना शुरू कर दिया। थोड़ी ही देर में, शेर आज़ाद हो गया।

              शेर ने चूहे का धन्यवाद किया और उसे गले लगा लिया। उसे एहसास हुआ कि भले ही चूहा छोटा था, लेकिन उसके साहस और दोस्ती की कोई सीमा नहीं थी। उस दिन के बाद, शेर और चूहा अच्छे दोस्त बन गए।

               इस कहानी से हमें सीख मिलती है कि कोई भी प्राणी, चाहे वह कितना भी छोटा क्यों न हो, उसकी अपनी एक अहमियत होती है। 

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