कक्षा 6 - विषय: हिंदी - द्वितीय सत्र
पाठ 1: इतनी शक्ति हमें देना - कविता
कुल अंक: 15 समय: 40 मिनट
📌અધ્યયન નિષ્પતી આધારીત કસોટી📌
अध्ययन निष्पती
H603.02 परिचित कविता सुनकर एवं पढकर समझते हैं।
H605 कौन कारक के रूपोवाले प्रश्नों के उत्तर दे सकते हैं।
H624.01 समानार्थी शब्दों का वाक्य में प्रयोग करते हैं।
વિભાગ-A : H603.02 परिचित कविता सुनकर एवं पढकर समझते हैं।(ગુણ 5 )
प्रश्न 1: निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो वाक्यों में लिखिए।
1) कवि ईश्वर से मन का विश्वास कैसा न होने की प्रार्थना करते हैं?
2) कवि किस रास्ते पर चलने की बात करते हैं?
3) कवि दूसरों के जीवन में क्या बनना चाहते हैं?
4) हर तरफ क्या फैले होने की बात कही गई है?
5) कवि ने किसे दूर करने की कामना की है?
વિભાગ-B H605 कौन कारक के रूपोवाले प्रश्नों के उत्तर दे सकते हैं। (ગુણ: 5)
प्रश्न 2: निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर कारक के रूपों (कर्ता, कर्म, करण आदि) का ध्यान रखकर लिखिए।
कौन नेक रास्ते पर चलना चाहता है? (कर्ता कारक) (1 अंक)
कवि किसके जीवन में नया सवेरा लाना चाहते हैं? (संबंध कारक) (1 अंक)
सबका जीवन किससे मधुबन बन सकता है? (करण कारक/साधन) (1 अंक)
कवि ईश्वर से क्या न होने की प्रार्थना करते हैं? (कर्म कारक) (1 अंक)
कवि किसको दूर करने की प्रार्थना करते हैं? (कर्म कारक) (1 अंक)
વિભાગ-C H624.01 समानार्थी शब्दों का वाक्य में प्रयोग करते हैं। (ગુણ : 5)
प्रश्न 3: निम्नलिखित शब्दों के समानार्थी शब्द लिखकर उनका वाक्य में प्रयोग कीजिए।
अंधेरा (समानार्थी शब्द लिखकर वाक्य में प्रयोग करें) (2 अंक)
दया (समानार्थी शब्द लिखकर वाक्य में प्रयोग करें) (2 अंक)
नेक (इस शब्द का समानार्थी शब्द लिखिए) (1 अंक)
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👉જવાબ
વિભાગ-A
प्रश्न 1: निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो वाक्यों में लिखिए।
कवि ईश्वर से मन का विश्वास कमज़ोर न होने की प्रार्थना करते हैं।
कवि नेक (अच्छे) रास्ते पर चलने की बात करते हैं।
कवि दूसरों के जीवन में खुशियों का रंग और नया सवेरा बनना चाहते हैं।
हर तरफ अन्याय और अज्ञान फैले होने की बात कही गई है।
कवि ने बैर (दुश्मनी) और बदले की भावना को दूर करने की कामना की है।
વિભાગ-B :
प्रश्न 2: निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर कारक के रूपों (कर्ता, कर्म, करण आदि) का ध्यान रखकर लिखिए।
हम (कवि) नेक रास्ते पर चलना चाहते हैं।
कवि दूसरों (या पीड़ितों) के जीवन में नया सवेरा लाना चाहते हैं।
सबका जीवन प्रेम, स्नेह और त्याग से मधुबन बन सकता है।
कवि ईश्वर से भूल न होने की प्रार्थना करते हैं।
कवि अंधेरे (अज्ञान और अन्याय) को दूर करने की प्रार्थना करते हैं।
વિભાગ -C : समानार्थी शब्दों का वाक्य में प्रयोग करते हैं।
1) अंधेरा
समानार्थी: अंधकार
वाक्य प्रयोग: रात में चारों ओर अंधकार छा जाता है। / अंधकार को ज्ञान के प्रकाश से मिटाना चाहिए।
2) दया
समानार्थी: करुणा
वाक्य प्रयोग: हमें गरीबों के प्रति करुणा दिखानी चाहिए। / ईश्वर की करुणा सब पर बनी रहती है।
3) नेक
समानार्थी: अच्छा / भला / सच्चा

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